आम आदमी पार्टी के कैंपेन सॉन्ग को मिली मंजूरी, आपत्ति के बाद कैसे सुलझा मामला? 

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चुनाव आयोग के मुताबिक AAP के चुनावी सॉन्ग में विज्ञापन संहिता का उल्लंघन हुआ है. ऐसे में जानिए की अब कैंपेन सॉन्ग को क्यों और कैसे मंजूरी मिली है?

लोकसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी के थीम सॉन्ग पर दिल्ली मुख्य निर्वाचन आयोग ने रोक लगा दी थी जिसे अब मंजूरी मिल गई है. अप्रैल महीने में पार्टी ने अपना कैंपेन सॉन्ग रिलीज किया था हालांकि चुनाव आयोग को इस थीम सॉन्ग पर आपत्ति थी. इलेक्शन कमीशन के मुताबिक AAP के चुनावी सॉन्ग में विज्ञापन संहिता का उल्लंघन हुआ है. ऐसे में जानिए की अब कैंपेन सांग को क्यों और कैसे मंजूरी मिली है. 

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AAP के कैंपेन सॉन्ग पर क्यों लगी थी रोक?

25 अप्रैल को लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर आम आदमी पार्टी ने कैंपेन सॉन्ग ‘जेल के जवाब में हम वोट देंगे’… लॉन्च किया था. इसके बाद 28 अप्रैल को पार्टी ने बयान दिया कि चुनाव आयोग ने इस पर रोक लगा दी है. बता दे की इसीआई का कहना था कि आयोग के दिशा निर्देशों का इस थीम सॉन्ग में उल्लंघन किया गया है. इसके अलावा विज्ञापन संहिता का भी ध्यान नहीं रखा गया.

आम आदमी पार्टी के विधायक दिलीप पांडे ने इस गीत को लिखा है इसके अलावा उन्होंने अपनी आवाज भी दी है. बता दे कि कैंपेन सॉन्ग पर एतराज जताई गई थी कि इसमें कई आपत्तिजनक और भ्रामक लाइनें लिखी गई है. जिनमें न्यायपालिका और पुलिस पर भी आरोप लगाए गए हैं.

कैसे मिली मंजूरी?

हिंदुस्तान की खबर के मुताबिक दिल्ली मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के सूत्र के कहते हैं कि गाने प्रतिबंध नपर हीं लगाया गया था जबकि इस गाने की सामग्री को संशोधित करने का प्रस्ताव दिया गया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आम आदमी पार्टी ने कैंपेन सॉन्ग के कुछ लाइनों मे संशोधन करने के बाद चुनाव आयोग के सामने इसे दुबारा जमा किया। इसके बाद उन्हें मंजूरी दे दी गई. 

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