कहीं आपको भी तो नहीं है ‘स्लीपिंग पैरालिसिस’? ये लक्षण हो सकता है घातक

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‘स्लीपिंग पैरालिसिस’ एक स्लीपिंग डिसॉर्डर है. इसमें आपको महसूस होगा की आप नींद से जाग चुके हैं लेकिन इसके बाद भी आप कोई काम करने में असफल होते हैं. ये आपके लिए डरावना साबित हो सकता है

‘स्लीपिंग पैरालिसिस’ एक स्लीपिंग डिसॉर्डर है. इसमें आपको महसूस होगा की आप नींद से जाग चुके हैं लेकिन इसके बाद भी आप कोई काम करने में असफल होते हैं. हालांकि इसकी टाइमिंग कुछ सेकेंड्स की भी हो सकती है या 1 से 2 मिनट भी. अब बात है कि क्या ये एक मेडिकल इमरजेंसी है? तो इसका जवाब है नहीं, लेकिन अगर समय पर इसका इलाज नहीं हुआ तो ये आपके लिए डरावना साबित हो सकता है.

स्लीपिंग पैरालिसिस के लक्षण

  • स्लीपिंग पैरालिसिस के शिकार ज्यादातर 14 से 17 साल के बच्चे होते हैं. ऐसे में डर उतना ही बढ़ जाता है. आइए जानते है स्लीप पैरालिसिस के लक्षण और इसको ठीक करने के उपाय के बारे में.
  • स्लीपिंग पैरालिसिस के शिकार लोगों को अक्सर महसूस होगा की उसे कोई चीज निचे की तरफ धक्का दे रही है. ऐसे में ये भी फील होगा की आपके अलावा आपके साथ कोई और भी है.
  • स्लीपिंग पैरालिसिस से जूझ रहे लोगों को घबराहट भी हो सकता है. इस दौरान वो सांस लेने में असमर्थ होते हैं.
  • घबराहट के कारण स्लीपिंग पैरालिसिस का दिक्कत झेल रहे लोगों को अचानक पसीना आने लगेगा और मांसपेशियों में और सर में तेज दर्ज महसूस होने लगता है.

स्लीपिंग पैरालिसिस’ का जान लें इलाज

  • अगर आपको स्लीपिंग पैरालिसिस से जुड़े लक्षण अपने आप में दिख रहे हैं तो सबसे पहले अपने मन का तनाव कम करने की कोशिश करें.
  • सोने से पहले अपने आपको नेगेटिव चीजों को दूर करें और पर्याप्त नींद लें. सोने से अपने आपको 30 मिनट का समय दें. इस दौरान मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक चीजों का इस्तेमाल ना करें.
  • सो कर उठने के बाद कुछ समय निकालकर व्यायाम या योगा करें.
  • स्लीपिंग पैरालिसिस से जूझ रहे लोगों को तुरंत डॉक्टर्स से सलाह ले लेना चाहिए.
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