दिल्ली के मुख्यमंत्री को आबकारी घोटाले में गिरफ्तार करने वाली केंद्रीय एजेंसी ED के पास देश के कई कानूनी पावर है जिसे आप जानकर हैरान हो जायेंगे
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया था. प्रवर्तन निदेशालय द्वारा अरविंद केजरीवाल को आबकारी नीति के भ्रष्टाचार मामले में हिरासत में रखा है. ऐसे में सिटींग मुख्यमंत्री को गिरफ्तार करने वाली केंद्रीय एजेंसी ED के पावर के बारे आप कितना जानते हैं? हालांकि कई लोगों के मन में सवाल ये भी है कि ED कैसे काम करती है?
ED कैसे करती है काम?
ED यानी प्रवर्तन निदेशालय एक केंद्रीय एजेंसी है. ये भारत के वित्त मंत्रालय के अंतर्गत आता है. इसके अंदर रेवेन्यू डिपार्टमेंट है जिसमें ED के पास आर्थिक अपराध के खिलाफ कार्यवाई करने की खुली छूट है. बता दें कि ED एक ऐसी स्वतंत्र एजेंसी है जो घोटालों में पकड़े गए आरोपियों को सीधे तौर गिरफ्तार कर उसकी संपत्ति जब्त करती है.
क्या शक्ति है?
केंद्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय फेमा उल्लंघन, गड़बड़ फॉरेन एक्सचेंज, मनी लॉन्ड्रिंग, विदेश में इकट्ठा धन पर कार्यवाई समेत कई शक्तियां है. बता दें की ये एक ऐसी एजेंसी है जो अपने कार्यवाई के तहत बिना आरोपी से पूछताछ के व्यक्ति को गिरफ्तार कर सकती है जिसे कोई नहीं रोक सकता है.
यही नहीं अगर अदालत में ED अधिकारीयों का बयान दर्ज कराया गया है तब आरोपी के लिए मुश्किल और बाद जाती है और उसे बेल मिलना और मुश्किल हो जाता है.