आम आदमी मुख्यालय में पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए दिल्ली के LG विनय कुमार सक्सेना पर जमकर भड़के
आम आदमी मुख्यालय में पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए दिल्ली के LG विनय कुमार सक्सेना पर जमकर भड़के। उन्होंने कहा कि दिल्ली के उपराज्यपाल राजधानी में कथित तौर पर बढ़ते अपराध को रोक नहीं पा रहे हैं. बीते दिनों जाफराबाद की शाम नाजिम नाम के युवक की सरेआम ह*या कर दी गई. इस मामले पर सौरभ भारद्वाज ने चिंता जताते हुए दावा किया कि दिल्ली में क्राइम रेट बढ़ते जा रहे हैं. इसपर दिल्ली के उपराज्यपाल का कोई ध्यान नहीं जा रहा है.
उन्होंने कहा कि पिछले 3 सालों में राजधानी दिल्ली में क्राइम रेट हाईएस्ट है इसके अलावा आप नेता ने केंद्र सरकार को भी किया.
‘बढ़ते क्राइम पर नहीं उपराज्यपाल का ध्यान’
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दौरान कहा कि LG साहब ने 8000 से ज्यादा बस मार्शल को नौकरी से निकाल दिया.
उन्होंने कहा कि वही मार्शल थे जो दिल्ली के बसों में महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करते थे. बसों के अंदर महिलाओं के साथ बदतमीजी और छेड़छाड़ रोकने के लिए दिल्ली सरकार में इन्हें लगाया था. जबकि, दिल्ली के LG ने इन्हें हटा दिया. इसके अलावा AAP नेता ने कहा कि राजधानी के अंदर 1832 क्राइम पर लाख पापुलेशन है. जो की नेशनल एवरेज से सात गुना ज्यादा है.
‘महिलाएं हैं असुरक्षित’
आम आदमी पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा वीमेन कमीशन ने 181 हेल्पलाइन को सुविधा के लिए जारी किया था. लेकिन, दिल्ली के उपराज्यपाल विजय कुमार सक्सेना ने उसे पैरालाइज कर दिया और दिल्ली कमिश्नर ऑफ वीमेन की 223 कर्मचारियों का बाहर निकाल दिया. उन्होंने कहा कि इसकी वजह से महिलाएं आज राजधानी में सुरक्षित हैं. चुने हुए सरकार को LG साहब काम नहीं करने दे रहे हैं.
केंद्र पर भी बरसे AAP नेता
यही नहीं आप नेता ने आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली पुलिस के डिपार्टमेंट में 2 सालों से भ्रष्टाचार बढ़ता जा रहा है जबकि केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए भारद्वाज ने कहा कि मोदी सरकार ने पिछले साल 4:30 परसेंट बजट घटा दिया. AAP ने कहा कि इन सब से साफ है की एलजी साहब अपना काम देख नहीं रहे. अपनी पुलिस को नहीं देख रहे. क्राइम बढ़ता जा रहा है. इन के बजाये वो दूसरों पर उँगलियाँ उठा रहे हैं.